
Liquor is poured on the Puja Marg in the 27 kilometer long town
महा अष्टमी आज, बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में है मदिरा की धार से नगर पूजा की परंपरा।
उज्जैन। चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी आज शनिवार को सुख समृद्धि के लिए नगर पूजा होगी। चौबीस खंभा स्थित माता महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर नगर पूजा की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद शहर के 40 से अधिक देवी व भैरव मंदिर में पूजा होगी।
27 किलोमीटर लंबे नगर में पूजा मार्ग पर मदिरा की धार लगाई जाएगी। उज्जैन में नगर पूजा की परंपरा सम्राट विक्रमादित्य के काल से चली आ रही है। शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर शासन की ओर से नगर पूजा की जाती है।
कलेक्टर करते हैं पूजा —
कलेक्टर देवी महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर नगर पूजा की शुरुआत करते हैं। इसके बाद शासकीय अधिकारी व कोटवारों का दल ढोल ढमाकों के साथ शहर के 40 से अधिक देवी व भैरव मंदिर में पूजा के लिए रवाना होता है।
करीब 27 किलोमीटर लंबे नगर पूजा मार्ग में मदिरा की धार लगाई जाती है। बीते कुछ सालों से चैत्र नवरात्र में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े द्वारा नगर पूजा की जा रही है।
जगत गुरु गुरू गोस्वामी महंत होंगे शामिल —
इस बार भी अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी गोस्वामी जी महाराज द्वारा नगर पूजा की जाएगी। पूजा में निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर चारधाम पीठाधीश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंद गिरी गोस्वामी, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी गोस्वामी, महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी गोस्वामी, महामंडलेश्वर भागवतानंद गिरी गोस्वामी, महामंडलेश्वर रामकृष्णनन्द गोस्वामी महाराज शामिल होंगे।
महानवमी पर कन्या पूजन व भंडारा —
नवरात्र की महानवमी पर 6 अप्रैल को बड़नगर रोड स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में कन्या पूजन तथा भंडारे का आयोजन होगा। बड़ी संख्या में भक्त महाप्रसादी ग्रहण करेंगे।